हरमनप्रीत कौर की समझदारी से फाइनल मुकाबले में दिल्ली को 7 विकेटों से शिकस्त, मुंबई बनी WPL चैंपियन

WPL Final: विमेंस प्रीमियर लीग का फाइनल मुकाबला क्रिकेट फैंस के लिए कभी ना भूलने वाली यादें देकर गया है। मुंबई के ब्रेबॉर्न स्टेडियम में हुई इस कड़ी टक्कर में मुंबई इंडियंस ने दिल्ली को मात देकर पहले सीजन का खिताब हासिल कर लिया है। दिल्ली की कप्तान मेग लैनिंग की ओर से टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए लड़ते-झगड़ते 131 रन बोर्ड पर लगाए गए थे। लिहाजा मुंबई को 132 रन का लक्ष्य मिला। जिसे हासिल करने में उनके भी पसीने छूट गए। लेकिन अंत में हरमनप्रीत कौर और सिवर ब्रन्ट की तूफ़ानी बल्लेबाजी के बूते मुंबई ने 7 विकेट शेष रहते लक्ष्य को हासिल कर WPL का खिताब अपने नाम किया।

बुरी तरह लड़खड़ाई दिल्ली की पारी

विमेंस प्रीमियर लीग (WPL Final) के पहले सीजन में अगर किसी बल्लेबाजी क्रम से गेंदबाजों को सबसे अधिक डर लग सकता था तो वो दिल्ली कैपिटल्स का ही था। लेकिन फाइनल की रात कोई भी बल्लेबाज असरदार पारी खेलने में कामयाब नहीं हो पाए। पारी के दूसरे ही ओवर में टीम ने शेफाली वर्मा के रूप में अपना पहला विकेट गंवाया। अगली 2 गेंदों के भीतर यानि 1.5 ओवर में तूफ़ानी अंदाज में बल्लेबाजी करने वाली एलिस कैप्सी भी चलती बनी।

इसके बाद जेमिमा और मेग लैनिंग ने मिलकर पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन उनकी यह साझेदारी सिर्फ 23 रन की होकर रह गई। इसके बाद मारिजान काप की ओर से कप्तान का बखूबी साथ दिया गया। दोनों ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 39 रन जोड़े। लेकिन 10.3 ओवर में एमिलिया केर ने अटैक में आते ही सब कुछ बदल कर दख दिया। उन्होंने काप को चलता किया। तो बढ़ते दबाव के बीच मेग भी रन आउट हो गईं।

WPL Final: राधा-शिखा ने मुंबई पर किया पालटवार

मेग लैनिंग और मारिजन काप के रूप में 2 दिग्गजों को गंवाने के बाद दिल्ली की पारी पूरी तरह से बिखरती हुई नजर आई। 74 से लेकर 79 के स्कोर के बीच कैपिटल्स ने 4 विकेट गंवा दिए। जिसमें अरुंधती रेड्डी, जेस जोनासन, मिन्नू मन्नी और तानिया भाटीआ का विकेट शामिल था। हालांकि अंत में शिखा पांडे और राधा यादव के बीच 52 रन की साझेदारी हुई। इस दौरान शिखा ने 17 गेंदों में तो वहीं राधा ने 12 गेंदों में 27 रन जोड़े। जिसके बूते दिल्ली 20 ओवर खेलकर 131 रन बनाने में कामयाब हो पाई।

हरमनप्रीत कौर की तूफ़ानी पारी ने मुंबई इंडियंस को दिलाई जीत

 

132 रन का लक्ष्य हासिल करने के लिए दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाजों ने मुंबई के नाको चने चबवा दिए। अनुभवी जेस जोनासन ने पारी के दूसरे ही ओवर में यास्तिका भाटिया को चलता कर दिया था। देखते ही चौथे ओवर में मुंबई की ओर से सबसे ज्यादा तेज गति से रन बनाने वालीं हेली मैथ्यूज भी राधा यादव का शिकार हो गईं। महज 23 रन के स्कोर पर 2 विकेट गंवाने के बाद मुंबई इस लक्ष्य में पूरी तरह से पिछड़ती हुई नजर आ रही थी।

ऊपर से फाइनल मुकाबले का दबाव भी लगातार रनों की दरकार की रफ्तार को बढ़ा रहा था। ऐसे में अनुभवी सिवर ब्रन्ट के साथ हरमनप्रीत कौर ने साझेदारी बनाना शुरू किया। दोनों खिलाड़ियों ने तीसरे विकेट के लिए 72 रन की साझेदारी कर डाली। जिसने मुंबई को जीत की दहलीज पर लाकर खड़ा कर दिया। अंत में सिवर ब्रन्ट ने 55 गेंदों में 60 रन बनाकर मुंबई इंडियंस को जीत की दहलीज पार कराने के साथ ही विमेंस प्रीमियर लीग की पहली ट्रॉफी अपने नाम की।

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